रेखा देवी ने 136 वोटों से कामेश्वर प्रसाद को हराकर जीत हासिल की।
अमृत स्वरूप बहराइच अनूप मिश्रा।
विशेश्वरगंज, बहराइच में गुरुवार को विकासखंड मुख्यालय पर ग्राम पंचायत रनियापुर गोबरही के प्रधान के उपचुनाव की मतगणना शांतिपूर्वक संपन्न हुई। इस उपचुनाव की निगरानी आरो अनिल कुमार ने की। प्रधान पद के लिए इस चुनाव में रेखा देवी और कामेश्वर प्रसाद के बीच मुकाबला था। चुनाव के दौरान कुल 1568 वोट डाले गए थे, जिनमें रेखा देवी को 836 वोट प्राप्त हुए, जबकि कामेश्वर प्रसाद को 700 वोट मिले। इसके अलावा, 32 वोट अवैध पाए गए। इन परिणामों के आधार पर रेखा देवी ने कामेश्वर प्रसाद से 136 वोट अधिक प्राप्त करके विजय प्राप्त की और प्रधान पद के लिए घोषित की गईं।मतगणना के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसडीएम पयागपुर दिनेश कुमार, सीओ हीरालाल कनौजिया, तहसीलदार धर्मेंद्र कुमार, नायब तहसीलदार सचिन कुमार श्रीवास्तव, खंड विकास अधिकारी सर्वेश कुमार तिवारी और इंस्पेक्टर नवीन कुमार सिंह भारी पुलिस बल के साथ मतगणना स्थल पर मौजूद रहे। इन अधिकारियों की उपस्थिति ने यह सुनिश्चित किया कि मतगणना प्रक्रिया सुचारू और पारदर्शी ढंग से पूरी हो। मतगणना स्थल पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए थे ताकि किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता या अराजकता से बचा जा सके। अधिकारियों ने चुनाव के दौरान किसी भी असामान्य गतिविधि पर कड़ी निगरानी रखी और सभी प्रक्रियाओं को सही ढंग से पूरा करने का प्रयास किया। इस समय पुलिस की तैनाती और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की सक्रियता ने मतगणना के शांतिपूर्ण आयोजन को सुनिश्चित किया।वोटों की गिनती के दौरान, मतगणना कक्ष में सभी प्रत्याशियों और उनके समर्थकों के लिए पूरी पारदर्शिता बनाए रखने का प्रयास किया गया। निर्वाचन आयोग द्वारा तय की गई नियमावली का पालन करते हुए सभी मतदान और गिनती की प्रक्रियाओं को विधिवत रूप से किया गया। वोटों की गिनती के बाद घोषित परिणामों ने यह स्पष्ट कर दिया कि रेखा देवी ने प्रधान पद के लिए अपनी जीत दर्ज की है। इस परिणाम के बाद क्षेत्रीय जनता में खुशी की लहर है और नए प्रधान के प्रति उत्साह दिखाई दे रहा है। रेखा देवी की जीत के साथ, अब वह ग्राम पंचायत रनियापुर गोबरही की प्रधान बन गई हैं और उनके नेतृत्व में विकास कार्यों की नई दिशा देखने को मिलेगी। अधिकारियों और पुलिस कर्मियों की सतर्कता और कुशल प्रबंधन ने यह साबित किया कि चुनावी प्रक्रिया को स्वतंत्र और निष्पक्ष ढंग से सम्पन्न कराना उनकी प्राथमिकता है। इस तरह की व्यवस्थित और पारदर्शी मतगणना से यह भी सुनिश्चित हुआ कि स्थानीय प्रशासन पर लोगों का विश्वास कायम रहे और भविष्य में भी चुनावी प्रक्रियाओं को इसी प्रकार से सुचारू रूप से संपन्न कराया जा सके।