बलरामपुर जिले के जिलाधिकारी (डीएम) ने सीएमओ (मुख्य चिकित्सा अधिकारी) कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान, डीएम ने सीएमओ कार्यालय के विभिन्न पटलों और मेडिसिन स्टोर कक्ष का जायजा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।निरीक्षण के दौरान डीएम ने सबसे पहले सीएमओ कार्यालय के विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वास्थ्य सेवा से जुड़े दस्तावेजों, रिकॉर्ड्स और कार्यप्रणालियों की जांच की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी प्रक्रियाएँ सुचारू रूप से चल रही हैं और किसी भी प्रकार की अनियमितता या कमी नहीं है। डीएम ने कर्मचारियों के कामकाज का भी अवलोकन किया और यह देखा कि सभी कार्य निर्धारित मानकों के अनुसार किए जा रहे हैं या नहीं।मेडिसिन स्टोर कक्ष की जांच के दौरान डीएम ने दवाओं की उपलब्धता, उनके रखरखाव और स्टॉक की स्थिति का गहराई से निरीक्षण किया। उन्होंने दवाओं की गुणवत्ता और उनकी एक्सपायरी डेट की भी जांच की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मरीजों को सही और प्रभावी दवाएँ उपलब्ध हो रही हैं। डीएम ने आदेश दिए कि किसी भी दवा की कमी या अव्यवस्था को तुरंत ठीक किया जाए और दवाओं के भंडारण की व्यवस्था को उचित तरीके से किया जाए।डीएम ने इस दौरान कर्मचारियों से भी बात की और उनसे उनकी समस्याओं और सुझावों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कर्मचारियों को उचित प्रोत्साहन देने और उनके कामकाजी माहौल को सुधारने के लिए दिशा-निर्देश दिए। इसके साथ ही, उन्होंने यह सुनिश्चित करने की बात की कि सभी कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों को सही तरीके से निभा रहे हैं और मरीजों को समय पर सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं।निरीक्षण के बाद, डीएम ने सीएमओ कार्यालय के कार्यों की समीक्षा की और सभी संबंधित विभागों को अपनी रिपोर्ट में आवश्यक सुधारों के बारे में सुझाव दिए। उन्होंने निर्देशित किया कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएं और किसी भी प्रकार की लापरवाही या अव्यवस्था को तुरंत दूर किया जाए।डीएम ने यह भी कहा कि सरकारी कार्यालयों के नियमित निरीक्षण से न केवल कामकाजी मानकों में सुधार होता है, बल्कि यह कर्मचारियों को भी अपनी जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक करता है। उन्होंने सीएमओ कार्यालय को यह विश्वास दिलाया कि जिला प्रशासन हर संभव सहायता प्रदान करेगा ताकि स्वास्थ्य सेवाओं में कोई कमी न रहे और जनता को बेहतर सेवाएँ मिल सकें।यह औचक निरीक्षण यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया था कि सभी सरकारी प्रक्रियाएँ और सेवाएँ निर्धारित मानकों के अनुसार चल रही हैं। डीएम का यह कदम सरकारी कार्यों में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है, और इससे स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।
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December 3, 2024