विशेश्वरगंज, 9 अगस्त: अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन, काकोरी कांड स्मृति दिवस, युवा कांग्रेस स्थापना दिवस और आदिवासी दिवस के अवसर पर आज स्वतंत्रता सनानी ने ग्राम सभा शेखापुर में एक नमन सभा का आयोजन किया गया। इस सभा का आयोजन गांधी जी के सह जेलयात्री और महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ठाकुर रघुपति सिंह जी की प्रतिमा के समक्ष किया गया।सभा के दौरान ठाकुर रघुपति सिंह की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। साथ ही, क्षेत्र के अन्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों जैसे पूज्य पृथ्वीपाल मिश्रा, गंगाराम तिवारी, आद्याबख्श सिंह, रामबख्श सिंह, निरहू सिंह, सरदार सिंह, और रामपाल सिंह को भी सादर नमन किया गया। उपस्थित लोगों ने देश और समाज की एकता, अखंडता, धर्मनिरपेक्षता और सद्भावना की रक्षा के लिए सामूहिक रूप से प्रतिज्ञा ली।इस अवसर पर कांग्रेस नेता विनय सिंह ने कहा कि आजादी कोई एक घटना नहीं है, बल्कि एक लगातार चलने वाला संघर्ष है। उन्होंने कहा कि हमें आजादी अपने पूर्वजों की कुर्बानियों के मोल पर मिली है, और अगर हम निजी स्वार्थ और भय के गुलाम बनते गए, तो आजादी हमसे छिनती चली जाएगी। इसलिए, हमें भय और स्वार्थ से ऊपर उठकर आजादी की धरोहरों की सुरक्षा और सम्मान के लिए संगठित होना होगा, ताकि आजादी का इतिहास सदैव अमिट रहे।सभा के दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिवारों को राष्ट्रीय परिवार घोषित करने की मांग की गई। साथ ही, उनके उत्तराधिकारियों को फ्री यात्रा पास, फ्री चिकित्सा सुविधा, फ्री शिक्षा, और आवास देने की भी जोरदार मांग उठाई गई।युवा कांग्रेस के विधान सभा पयागपुर के अध्यक्ष अमिताभ वर्मा ने युवा कांग्रेस स्थापना दिवस के अवसर पर संकल्प लिया कि गांव-गांव में विलुप्त होते गांधी चबूतरों की खोज की जाएगी।सभा का संचालन कांग्रेस सेवादल के पूर्व अध्यक्ष और दांडी यात्री इन्द्र कुमार यादव ने किया, जिन्होंने “हम भारत के रखवाले हैं, हम अमर तिरंगे वाले हैं” जैसे राष्ट्रीय गीत प्रस्तुत किए। सबीब शेख सन्नू ने “हर जवानों के गले का हार वंदेमातरम”, “छीन सकती है नहीं सरकार वंदेमातरम” जैसे देशभक्ति गीतों का गायन किया।इस अवसर पर उत्तराधिकारी भारत सिंह, रामराज सिंह, विमलेश सिंह, भोलानाथ मिश्रा, दुर्गेश सिंह, उमेश तिवारी, मूलचन्द राव, गिरजा दत्त झा, नसीम इदरीसी, रज्जब अली, श्याम पाठक, ननके यादव सहित कई लोगों ने गांधी जी के साथ 1942 में सह जेलयात्री रहे सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद किया और उनके कृतित्व तथा व्यक्तित्व पर चर्चा की।