अमृत स्वरूप बहराइच अनूप मिश्रा।
विशेश्वरगंज में स्वास्थ्य विभाग की ओर से राष्ट्रीय फाइलेरिया अभियान का आयोजन 10 अगस्त से 2 सितंबर तक किया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत गुरुवार को जिला नोडल फाइलेरिया अधिकारी और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉक्टर धीरेंद्र कुमार तिवारी के नेतृत्व में बीपीएम ममता मिश्रा और उनकी टीम ने खानपुर मल्लोह और मेझरिया क्षेत्रों में घर-घर जाकर फाइलेरिया के संदिग्ध मरीजों का परीक्षण किया।इस दौरान नैंसी (पुत्री जयनाथ), विश्वनाथ (पुत्र राधेश्याम गौतम), पुष्पा देवी (पत्नी रामपाल), धनीराम पांडे (पुत्र नंद प्रसाद), जयनाथ तिवारी (पुत्र सतीश चंद्र तिवारी), और देव कुमार मिश्र (पुत्र रामनरेश मिश्र) सहित लगभग एक दर्जन फाइलेरिया के मरीज संदिग्ध पाए गए। संदिग्ध मरीजों की पहचान के बाद, उन्हें उचित चिकित्सा सहायता प्रदान करने की दिशा में कदम उठाए गए।इस सत्यापन प्रक्रिया में आशा संगिनी नीलम देवी पाठक, आशा कार्यकर्ता कुसमा देवी मिश्रा, रमेश चंद्र मिश्र और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति ने इस अभियान को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। फाइलेरिया, जो कि मच्छरों के काटने से फैलने वाली एक गंभीर बीमारी है, उसके प्रति जागरूकता फैलाने और प्रभावित मरीजों की समय पर पहचान कर इलाज मुहैया कराने के लिए इस अभियान का आयोजन किया गया है। इस प्रकार के प्रयासों से न केवल फाइलेरिया के प्रसार को रोका जा सकता है, बल्कि समाज के स्वास्थ्य में भी सुधार लाया जा सकता है।