पूर्व मंत्री यासर शाह पर केस दर्ज होने से समर्थकों में नाराजगी, सपा ने इसे राजनीतिक साजिश बताया।
अमृत स्वरूप बहराइच।
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व कैबिनेट मंत्री यासर शाह के खिलाफ लखनऊ में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज होने के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस घटना ने यासर शाह के समर्थकों में मायूसी फैला दी है, और सोशल मीडिया पर उनके पक्ष में पोस्ट डाले जा रहे हैं। सपा जिलाध्यक्ष राम हर्ष यादव ने इस मामले को आगामी लोकसभा चुनावों में सपा की संभावित हार से जोड़ते हुए योगी सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा, सपा के महत्वपूर्ण नेताओं पर केस दर्ज कर उन्हें दबाने की कोशिश कर रही है। दरअसल, यासर शाह ने यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा के संबंध में एक ट्वीट किया था, जिसे बाद में डिलीट कर दिया। इस ट्वीट के आधार पर पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसमें सात साल तक की सजा हो सकती है। मामले की जानकारी मिलते ही यासर शाह के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर सक्रियता दिखानी शुरू कर दी। वहीं, लखनऊ हाईकोर्ट के एक अधिवक्ता और अन्य लोगों ने केस दर्ज होने पर सवाल उठाए हैं। इस पूरे प्रकरण पर सपा जिलाध्यक्ष राम हर्ष यादव ने कहा कि यह सब आवाज दबाने की रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यासर शाह ने केवल सोशल मीडिया पर चल रही जानकारी को ट्वीट किया था, जिसके आधार पर मामला दर्ज किया गया। इस घटना के बाद यासर शाह के आवास पर उनके समर्थकों का आना-जाना जारी है।