गोण्डा (राष्ट्रीय लोक अदालत-दिनांक-21.05.2023)
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार आज दिनांक-21.05.2023 को वर्ष की द्वितीय राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन जनपद न्यायालय गोण्डा में माननीय जनपद न्यायाधीश श्री ब्रजेन्द्र मणि त्रिपाठी की अध्यक्षता में तथा राष्ट्रीय लोक अदालत के नोडल अधिकारी डा0 दीनानाथ द्वितीय अपर जिला जज की उपस्थिति में किया गया जिसमें कुल-78884 वाद निस्तारित किये गये। राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायिक अधिकारियों द्वारा कुल-11383 वाद निस्तारित हुए एवं कुल रू.1983840/- (उन्नीस लाख तिरासी हजार आठ सौ चालीस ) अर्थदण्ड के रूप में वसूल किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गोण्डा के सचिव श्री नितिन श्रीवास्तव अपर जिला जज/एफटीसी द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि इस राष्ट्रीय लोक अदालत में माननीय जनपद एवं सत्र न्यायाधीश श्री ब्रजेन्द्र मणि त्रिपाठी द्वारा-13 वाद एवं अर्थदण्ड रू1500/-, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय श्रीमती रीता गुप्ता द्वारा-53 वाद, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के प्रभारी पीठासीन अधिकारी श्रीमती पूजा सिंह प्रथम अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा-08 वाद एवं प्रतिकर राशि रू.5170000/-, प्रथम अपर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय श्री हरेन्द्र कुमार ओझा द्वारा-16 वाद, द्वितीय अपर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय श्रीमती रीतू नागर द्वारा-04 वाद, प्रथम अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती पूजा सिंह द्वारा-03 वाद एवं अर्थदण्ड रू.3500/-, अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीष/विशेष न्यायाधीश एससी-एसटी एक्ट श्री नासिर अहमद द्वारा-04 वाद एवं अर्थदण्ड रू.1000/-, तृतीय अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश श्री राजेश कुमार द्वारा-02 वाद एवं अर्थदण्ड रू.6000/-, चतुर्थ अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीष/विशेष न्यायाधीश ई0सी0 एक्ट डाॅ0 श्रीमती अनामिका चैहान द्वारा-64 वाद एवं अर्थदण्ड रू.247000/-, पंचम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री राजेश नरायन मणि त्रिपाठी द्वारा-02 वाद, विषेष न्यायाधीश पाॅक्सो एक्ट श्री मो0 नियाज अहमद अंसारी द्वारा-02 वाद एवं अर्थदण्ड रू.1000/-, नवम्् अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश श्री सर्वजीत कुमार सिंह द्वारा-03 वाद एवं अर्थदण्ड रू.1500./-, द्वितीय अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश डा0 दीनानाथ द्वारा-02 वाद एवं अर्थदण्ड रू.1000/-, अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश/एफटीसी-। श्रीमती नम्रता अग्रवाल द्वारा-07 वाद एवं अर्थदण्ड रू.3500/-, अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश/एफटीसी-नवीन श्रीमती चिर कुमारित्व द्वारा-02 वाद एवं अर्थदण्ड रू.1000/-, मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी श्री अनुपम शौर्य द्वारा-2546 वाद एवं अर्थदण्ड रू.718800/-, सिविल जज (सी.डि.) श्री विश्वजीत सिंह द्वारा-31 वाद निस्तारित करते हुए रू.19633736./-का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया गया, प्रथम अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी श्रीमती अपेक्षा सिंह द्वारा-1350 वाद एवं अर्थदण्ड रू.616300/-, अपर सिविल जज (सी.डि.) सुश्री सुषमा द्वारा-1148 वाद एवं अर्थदण्ड रू.101260/-, अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी-रेलवे श्री कृष्ण प्रताप सिंह द्वारा-297 वाद एवं अर्थदण्ड रू.96940/-, सिविल जज (सी.डि.)/एफटीसी श्रीमती नासेहा वासीम द्वारा-971 वाद एवं अर्थदण्ड रू.54450/-, सिविल जज (जू0डि0) श्रीमती अर्चना द्वारा-15 वाद एवं रू.2159420/-का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया गया, अपर सिविल जज (जू0डि0) कक्ष सं0-11 श्री अरूण गुप्ता द्वारा-993 वाद एवं अर्थदण्ड रू.53260/-, अपर सिविल जज (जू0डि0) कक्ष सं0-08 श्री सन्देश कुमार पासवान द्वारा-1009 वाद एवं अर्थदण्ड रू.46850/-, सिविल जज (जू0डि0)/एफटीसी प्रथम सुश्री वृशाली गुप्ता द्वारा-1513 वाद, सिविल जज (जू0डि0)/एफटीसी द्वितीय सुश्री नीतिका राजपूत द्वारा-543 वाद, सिविल जज (जू0डि0)/एफटीसी नवीन श्री रोहित सोनी द्वारा-514 वाद एवं अर्थदण्ड रू.19740/-तथा न्यायाधिकारी ग्राम न्यायालय मनकापुर गोण्डा श्री प्रिंस जिंदल द्वारा-260 वाद एवं अर्थदण्ड रू.2640/- निस्तारित कर जमा कराये गये। इस प्रकार समस्त न्यायिक अधिकारियों द्वारा कुल-11383 वादों का निस्तारण करते हुए कुल रू.1983840/- (उन्नीस लाख तिरासी हजार आठ सौ चालीस ) रूपये जुर्माना के रूप में वसूल की गयी। इसके अतिरिक्त जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग गोण्डा के अध्यक्ष श्री रामानन्द द्वारा 08 वाद निस्तारित करते हुए रू.473881/-समझौता राशि तय की गयी। जनपद गोण्डा के समस्त विभागों के द्वारा प्री-लिटीगेशन के माध्यम से कुल-67501 वादों का निस्तारण करते हुए कुल रू.110373105/-(ग्यारह करोड़ तीन लाख तिहत्तर हजार एक सौ पांच) की समझौता राशि तय की गयी। इस अवसर पर जनपद न्यायालय गोण्डा में समस्त न्यायिक अधिकारी, बैंक अधिकारी तथा अन्य अधिवक्तागण, न्यायालय के कर्मचारीगण व भारी संख्या में वादकारी आदि उपस्थित रहे।