- जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने निराश्रित गोवंशों के संरक्षण हेतु विशेष अभियान की घोषणा की।
- मेरा गोण्डा, मेरी शान अभियान के तहत उठाया कदम, आज से होगी शुरुआत
- चार मुख्य मार्गों को किया गया चिन्हित, गोवंश आश्रय स्थलों में किया जाएगा संरक्षित
- विशेष टीमों का किया गया गठन, लापरवाही पर होगी कार्यवाही।
जनपद गोंडा। जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा की पहल पर जनपद में निराश्रित गोवंशों के संरक्षण हेतु विशेष अभियान की शुरुआत की जा रही है। यह अभियान रविवार यानी 27 अगस्त से शुरू हो रहा है। मेरा गोण्डा मेरी शान के अन्तर्गत शुरू किए जा रहे इस विशेष अभियान के प्रथम चरण में अयोध्या, बहराइच, बलरामपुर जनपद की ओर चार मुख्य मार्गों को चुना गया है। इन मार्गों पर भटक रहे गोवंशों को संरक्षित करने का कार्य किया जाएगा। इसके लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि यह टीमें निर्धारित रूट और उसके आसपास के पांच किलोमीटर की रेन्ज के ग्राम पंचायतों के निराश्रित गोवंश को संरक्षित करने का कार्य सुनिश्चित करेंगी। इन गोवंशों को चिन्हित गोवंश आश्रय स्थलों में संरक्षित किया जाएगा।
*11 सदस्यीय टीम तैयार की गई*
प्रथम चरण में अभियान के लिए चुने गए मुख्य मार्गों में भंभुवा बॉर्डर से गोण्डा कस्बे तक, गोण्डा से बलरामपुर मार्ग तक, गोण्ड़ा से बहराइच मार्ग तक और गोण्डा से अयोध्या मार्ग तक को चिन्हित किया गया है। जिलाधिकारी के आदेश पर जनपद को आसपास के अन्य जिलों से जोड़ने वाले में हर मार्ग के लिए 11 सदस्यों की टीमें गठित की गई है। इनमें, पशु चिकित्साधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी, क्षेत्रीय क्षेत्रीय ग्राम पंचायत सचिव और क्षेत्रीय सफाई कर्मी को शामिल किया गया है। यह टीमें निर्धारित तिथियों पर विशेष अभियान चलाकर निराश्रित गोवंशों का संरक्षण सुनिश्चित करेंगी।
*यह है विशेष अभियान का कार्यक्रम*
1. भंभुवा बार्डर से गोण्डा कस्बे तक – 27 एवं 28 अगस्त को
2. गोण्डा से बलरामपुर मार्ग तक – 29 एवं 30 अगस्त को
3. गोण्डा से बहराइच मार्ग तक – 01 एवं 02 सितम्बर को
4. गोण्डा से अयोध्या मार्ग तक – 03 एवं 04 सितम्बर को।