महाराज सिंह इण्टर कालेज में एनसीसी कैडेट्स को दिया तम्बाकू नियंत्रण प्रशिक्षण।
बहराइच। महाराज सिंह इण्टर कालेज में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत इनकॉरपोरेटेड इन अदर ट्रेनिंग सेशन के तहत कार्यशाला आयोजित कर एनसीसी कैडेट्स को तम्बाकू नियंत्रण प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्यशाला में विद्यालय के शिक्षकगण एवं कर्मचारियों समेत एनसीसी के लगभग 127 कैडेट्स ने प्रतिभाग किया। प्रशिक्षण कार्यशाला में एनसीसी कैडेट्स को तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों और बचाव के बारे में जागरूक भी किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ० राजेश कुमार ने कहा कि समाज के आम लोगों के बीच जाकर तंबाकू के सेवन के दुष्प्रभावों से अवगत करवाते हुए इसपर पूर्ण नियंत्रण लगाने के लिए कार्य करना होगा। तंबाकू का सेवन न करने के लिए लोगों को प्रेरित कर जागरूक करना होगा। कार्यक्रम का संचालन एनसीडी के डॉ० परितोष तिवारी ने किया। उन्होंने तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों व उससे बचाव की विस्तार से जानकारी दी। डॉ० तिवारी ने कहा कि तम्बाकू उत्पादों के सेवन से मुंह, गले, पेट तथा फेफड़ों में छाले पड़ जाते हैं तथा टीवी होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके साथ-साथ ही सास की बीमारियां एलर्जी की बीमारियां डायबिटीज ब्लड प्रेशर बढना, अनिद्रा इत्यादि प्रकार की बीमारियां भी इससे हो जाती है। जो लोग इसके आदी हो जाते हैं या जिनको लत लग जाती है वह चाहकर भी इसे नहीं छोड़ पाते हैं। उन्होंने बताया कि तंबाकू नियंत्रण के लिए कोटपा अधिनियम 2003 बनाया गया है, जिसमें धारा चार के तहत सभी सार्वजनिक स्थानों पर स्मोकिंग करना अपराध है। पकड़े जाने पर दो सौ रुपये जुर्माना हो सकता है। धारा 6बी के तहत विद्यालय के सौ गज के दायरे में कोई भी तंबाकू की दुकान नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि तंबाकू उत्पाद पर अगर चित्र के साथ चेतावनी नहीं होगी तो धारा 7 के तहत अपराध की श्रेणी में आता है। जिला स्वास्थ्य शिक्षा सूचना अधिकारी बृजेश सिंह ने जिले में राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम की उपलब्धियों व वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि तंबाकू जनित रोगों से प्रतिवर्ष भारत में लगभग 12 लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है।तंबाकू एवं सिगरेट से होने वाले हजारों प्रकार की घातक बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग एवं फेफड़ों आदि की बीमारी और असामयिक मृत्यु से संबंधित प्रचार-प्रसार को युक्तिसंगत तरीकों से लागू करने के लिए सरकारी कर्मियों के माध्यम से आम लोगों को जागरूक करना आवश्यक है। उन्होंने एनसीसी कैडेट्स को बताया कि तम्बाकू सेवन से मुंह का कैंसर होता है, दांत खराब होते है, आँखे कमजोर होती है, हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है, तथा उच्च रक्तचाप की समस्या होती है। तम्बाकू व धुम्रपान के सेवन से इंसान का फेफड़ा खराब हो जाता है, तथा नपुंसकता का खतरा बढ़ जाता है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंत में डॉ० परितोष तिवारी ने महाराज सिंह इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य, शिक्षकगण, कर्मचारियों एवं मौजूद एनसीसी कैडेट्स को शपथ दिलाई कि हम कभी भी धूम्रपान या तंबाकू या अन्य प्रकार के तंबाकू उत्पादों का सेवन नहीं करेंगे साथ ही अपने परिजनों या परिचितों को धूम्रपान का या अन्य तंबाकू उत्पादों का सेवन नहीं करने व सार्वजनिक परिसर को तंबाकू मुक्त रखेगे। इस मौके पर महाराज सिंह इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य शिवेंद्र सिंह, प्राचार्य देव शरण, आर० एस० पांडेय, प्राचार्य अरविंद कुमार, संतोष चंद्र शुक्ला, श्रीप्रकाश, भीखू राम, अजय कुमार सिंह, अमरेश कुमार, एनसीडी सेल से विवेक श्रीवास्तव, मो० हारून, फहीम अहमद, शरद श्रीवास्तव, एनसीडी क्लीनिक से डॉ० रियाजुल हक, पुनीत शर्मा, संतोष सिंह, बृज प्रकाश, मनीष कुमार, राज कुमार महतो, सीमा कुमारी, अजय, मुकेश हंस एवं अवधेश कुमार आदि मौजूद रहे।