गृह मंत्रालय (MHA) पत्रकारों की सुरक्षा के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करने की प्रक्रिया शुरु कर सकता है।
माफिया सरगना अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या को केंद्र सरकार भी अलर्ट मोड में है और इसके सभी पहलुओं पर गौर कर रही है। हत्या के फौरन बाद यानी शनिवार की देर रात गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से मामले की रिपोर्ट मांगी थी। उत्तर प्रदेश सरकार ने गृह मंत्रालय को मामले की रिपोर्ट सौंप दी है। गृह मंत्रालय ने इस मामले में प्रदेश में शांति बनाये रखने के सख्त निर्देश दिये है। राज्य सरकार ने भी पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू कर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।
पत्रकारों की सुरक्षा का मुद्दा
इस मामले में केन्द्र सरकार ने मीडिया के बहाने हुए हमले को गंभीरता से लिया है। पुलिस कस्टडी के बीच अतीक अहमद पर हमला करने वाले तीनों युवक मीडियाकर्मी बनकर भीड़ में शामिल हुए थे। इस दौरान हुई फायरिंग में पत्रकारों की भी जान जा सकती थी। इसे देखते हुए गृह मंत्रालय पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एसओपी (SOP) तैयार करने पर विचार कर रहा है। ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना ना हो और पत्रकारों को सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।