बहराइच 16 मई। मा. राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग, नई दिल्ली द्वारा निर्देश दिये गये है कि जिला प्रोबेशन अधिकारी के तत्वावधान में अभियान संचालित कर फुटपाथ जैसे परिस्थितियों में रहने वाले बच्चों, हॉट स्पॉट चिन्हित कर लिप्त बच्चों व उनके परिवारों का पुनर्वास तथा बच्चों को शिक्षा से जोड़कर उन्हे मुख्य धारा में लाये जाने का प्रयास किया जाय। इसी कड़ी में रोडवेज बस स्टाप, रेलवे स्टेशन व दरगाह शरीफ आदि क्षेत्रो में बाल भिक्षावृत्ति उन्मूलन अभियान संचालित किया गया। अभियान के दौरान बाल भिक्षा वृत्ति में लिप्त बच्चों के चिन्हीकरण एवं पुनर्वास हेतु मुख्य हॉट चिन्हित किए गए तथा यात्रियों, दुकानदारों को जागरूक किया गया।
अभियान में संरक्षण अधिकारी, शिवका मौर्या द्वारा बताया गया कि बच्चे इस देश की धरोहर हैं और देश के भविष्य है, इसलिए बच्चों की पढ़ाई, खेल, खानपान के प्रति संबंधित वयस्क को विशेष ध्यान देना चाहिए, भिक्षावृत्ती में लिप्त नहीं करना चाहिए क्योंकि भिक्षावृत्ती किसी भी समाज के लिए व बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अभिशाप है। इसी क्रम में संरक्षण अधिकारी द्वारा सभी यात्रियों, दुकानदारों एंव व्यवसायियों से अपील कि 18 वर्ष से कम उम्र के बालकों वा किशोरों को भिक्षावृत्ति में लिप्त पाए या भीख मांगते हुए देखे तो तुरंत चाइल्डलाइन टोल फ्री नम्बर 1098 पर सूचित करे तथा शासन द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही जिसमें ऐसे बच्चे व गरीब परिवार जिनको मदद की जरूरत है वो जिला प्रोबेशन कार्यालय में आकर संपर्क करे उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जायेगा। उक्त अभियान में संयुक्त रूप से जिला बाल संरक्षण इकाई, महिला शक्ति केन्द्र, विशेष किशोर पुलिस इकाई, चाइल्ड लाइन, प्रथम संस्था व पुलिस टीम द्वारा प्रतिभाग किया गया।