अमृत स्वरुप/ अरविंद पाठक बहराइच
बहराइच : बौंडी थाना क्षेत्र के पाठक पट्टी रामगढी़ गांव में स्थित श्रीठाकुरद्वारा एंव रामजानकी मंदिर स्थित हैं। सर्वाकारों ने ठाकुरद्वारा एंव श्रीरामजानकारी मंदिर को क्षतिग्रस्त कर अपना निजी आवास बना लिया हैं। पाठक पट्टी निवासी पूरनलाल पाठक पुत्र स्वर्गीय प्रयाग दत्त पाठक ने आरोप लगाते हुए कहा हैं कि हमारे घर के बगल में मेरे पिता द्वारा3 अपनी जमीन में ठाकुरद्वारा एंव श्रीराम जानकी मंदिर की स्थापना 30 जून 1959 में कि थी। जिसको सर्वाकार में विशम्भर नाथ तिवारी पुत्र पृथ्वी नाथ को नियुक्त किया था जिसमें मंदिर में पूजा पाठ, राजभोग, चिराग बत्ती के लिए सर्वाकार में नियुक्त किया था। और उन्होनें बताया कि रामजानकी मंदिर की जमीन लगभग 40 बिगहे है। जो इस जायजाद संकल्प शुदा के मुनाफा से खर्चा निकालकर जो कुछ बचत होगा व सर्वाकार अपने खर्च में ले सकेगा और जायदाद संकल्प शुदा को खुर्द बुर्द करने व उसको कुल या जुज भाग को रहने व बैनामा नहीं करेगा और न ही किसी प्रकार का मुंतीकाल न कर सकेगा इसी शर्तों के साथ 30 जून 1959 को बहीं नंबर 188 पृष्ठ संख्या 260 मकान नंबर 465 पर 6 जुलाई 1959 को रजिस्ट्री दान की गई थी। पूरनलाल पाठक ने बताया कि सर्वाकार विशम्भर नाथ तिवारी की मृत्यु हो जाने के बाद उनके दो पुत्र श्रवण तिवारी, बृजेश तिवारी उर्फ पुत्ती लाल पुत्र विशम्भर नाथ तिवारी वसीयत के आधार पर सर्वाकर नियुक्त हुए। जो विलेख में लिखित शर्तों के विपरीत सर्वाकार नियुक्त व घोषित हो गया और दोनों सर्वाकारों द्वारा मंदिर को क्षतिग्रस्त कर अपना निजी आवास बना लिया है। और वर्तमान में मंदिर में प्रार्थी का पूजा अर्चना करना बाधित हो गया मंदिर पर जाने का समुचित मार्ग नहीं बचा हैं। और दोनों सर्वाकारों द्वारा मंदिर की जमीन से इतर प्राथी के जमीन को धन, बल के दबाव में कब्जा कर रहें हैं रोकने पर जान से मारने की धमकी दे रहें हैं। घटनाओं एंव मंदिर को तोड़ा देने से प्रार्थी अपने पिता द्वारा स्थापित देवी देवाताओं का पूजा अर्चना नहीं कर पा रहा हैं। सर्वाकारों द्वारा मंदिर के संपत्ति से हुई आय से अभी तक लगभग 2 करोड़ रूपये का गमन व घोटाला किया गया है। इसीलिए मंदिर के तोड़फोड़ करने वाले और प्रार्थी के जमीन पर अवैध कब्जा करने में शामिल व्यक्ति श्रवण तिवारी, बृजेश तिवारी, सूरज तिवारी, नीरज तिवारी के खिलाफ प्रार्थी ने 19 मई 2023 को बौंडी थाने पर पर एफ आई आर दर्ज कराई गई थी। और प्रार्थी पूरन लाल पाठक ने बहराइच जिलाधिकारी से मांग की हैं कि इस दोनों फर्जी सर्वाकारों को हटाकरके कोई सक्षम अधिकारी को सर्वाकार नियुक्त किया जाए जिससे मंदिर में स्थापित देवी देवताओं को इन दोनों सर्वाकरों के बंधक से मुक्त कराने की कृपा करें।