डीएम ने प्रशिक्षित 35 कृषि स्नातकों को वितरण किया प्रमाण-पत्र। कृषक हित में कार्य करने की दी सीख।
अमृत स्वरूप बहराइच/अनूप मिश्रा।
परिसर में वृक्षारोपण कर पर्यावरण का दिया संदेश।
जनपद बहराइच मे 19 अगस्त को। इण्डियन बैंक स्व-रोजगार प्रशिक्षण संस्थान, बहराइच में कृषि विभाग अन्तर्गत एग्रीजंक्शन (प्रशिक्षित कृषि उद्यमी स्वावलम्बन) योजना के तहत चयनित 35 कृषि स्नातकों के 17 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर शुक्रवार को देरशाम जिलाधिकारी मोनिका रानी ने प्रशिक्षार्थियों को प्रमाण-पत्र का वितरण किया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने प्रशिक्षित स्नातकों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए सुझाव दिया कि विभागीय अपेक्षाओं को पूरा करने हेतु अपनी योग्यता के साथ टेक्नालॉजी का भी भरपूर उपयोग करें। डीएम ने कहा कि आप कृषि के क्षेत्र में स्नातक एवं परास्नातक डिग्री होल्डर हैं इसलिए जिले के किसानों को मानक के अनुरूप खाद, बीज, कृषि रक्षा रसायन उपलब्ध कराने के साथ-साथ अपनी योग्यता के अनुरूप सुझाव भी दें। शिक्षित युवकों के हाथों में एग्रीजंक्शन जैसी योजना की कमान सौपने के पीछे शासन की यही मंशा है कि क्षेत्र के कृषकों को आपकी योग्यता का भी लाभ प्राप्त हो। डीएम ने प्रशिक्षार्थियों को सुझाव दिया कि ‘‘ऑनेस्टी इज़ द बेस्ट पॉलीसी’’ का अनुसरण करते हुए एग्रीजंक्शन का संचालन करें तथा कृषकों के हितों को सर्वोपरि रखें।
डीएम ने कहा कि सभी प्रशिक्षित नवयुवकों से उन्हें यही अपेक्षा है कि आप सूचना क्रांति के युग में इण्टरनेट के माध्यम से इण्ड्रायड मोबाइल फोन से कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय कारोबार करने वाली कम्पनियों, प्रगतिशील कृषकों, नई खोजों, अत्याधुनिक कृषि यन्त्रों के बारे में जानकारी प्राप्त कर स्वयं के ज्ञार्नाजन के साथ किसानों को भी उपयोगी सुझाव देकर उनकी आय को दोगुना करने में सहयोग प्रदान करेंगे। डीएम ने उप निदेशक कृषि को सुझाव दिया कि जैविक व आर्गेनिक खेती करने वाले जिले के प्रगतिशील किसानों स्नातक युवाओं का परिचय कराएं ताकि इन्हें उनके अनुभव का भी लाभ मिल सके। डीएम ने डीडी एग्री व बैंक अधिकारियों को निर्देश दिया कि नवयुवकों को शासन द्वारा अनुमन्य ऋण योजना का भी लाभ दिलाया जाय।
उप निदेशक कृषि टी.पी. शाही ने बताया कि कृषि में प्रशिक्षित युवाओं की सेवाओं का उपयोग करने हेतु प्रशिक्षित कृषि उद्यमी स्वावलम्बन योजना (एग्रीजंक्शन) अन्तर्गत जिले के कृषकों को एक ही छत के नीचे वन स्टॉप शॉप के माध्यम से बीज, उर्वरक कीटनाशक, जैव कीटनाशक, जैव उर्वरक, माइक्रोन्यूट्रिएन्ट्स, वर्मी कम्पोस्ट, कृषि यन्त्र एवं प्रसार सेवायें, मृदा स्वास्थ्य कार्ड पर संस्तुत उर्वरक एवं खाद तथा नवीन तकनीकी की जानकारी प्रदान किये जाने के उद्देश्य से चयनित कृषि स्नातकों हेतु 02 से 18 अगस्त तक 17 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। श्री शाही ने सभी प्रशिक्षार्थियों से अपेक्षा की शासन की मंशानुरूप वन स्टाप सेन्टर का संचालन कर स्वयं के साथ दूसरे लोगों के लिए भी रोज़गार के अवसर पैदा करें।
कार्यक्रम के अन्त में जिलाधिकारी को अंगवस्त्र व ओडीओपी अन्तर्गत निर्मित स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। डीएम मोनिका रानी ने आरसेटी परिसर में पौधरोपण कर मौजूद लोगों से पर्यावरण संरक्षण हेतु अधिकाधिक पौधरोपित करने की अपील की। इस अवसर पर लीड बैंक प्रबन्धक जितेन्द्र नाथ श्रीवास्तव, जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय, आरसेटी के निदेशक रीति, प्रशिक्षार्थी व अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।