श्री मॉ काली केवट मन्दिर में आयोजित रूद्राभिषेक व भण्डारा में सम्मिलित हुए प्रभारी मंत्री.
बहराइच। प्रदेश के मंत्री, मत्स्य/प्रभारी मंत्री जनपद बहराइच डॉ. संजय कुमार निषाद ने श्री मॉ काली केवट मन्दिर, चन्द्रनगर, घसियारी टोला बहराइच में पवित्र सावन माह के उपलक्ष्य में आयोजित द्वितीय विशाल भण्डारा एवं रूद्राभिषेक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के दौरान मन्दिर समिति के अध्यक्ष सुनील केवट ने पंकज केवट व अन्य सदस्यों के साथ मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर सर्वाधिक पिछड़ा वर्ग उत्थान समिति के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में केन्द्र व प्रदेश सरकार समाज के अति पिछड़े व शोषित वर्ग के कल्याण के लिए अनेकों योजनाएं संचालित कर रही है।
जनपद प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रदेश में मत्स्य व्यवसायी, मत्स्य पालक, मत्स्य विक्रेताओं, मत्स्य शिकारमाही करने वाले, मत्स्य जीवी सहकारी समितियों के सदस्यों के लिए प्रदेश सरकार द्वारा मछुआ बीमा योजना संचालित की जा रही है। राष्ट्रीय मछुआ कल्याणार्थ मछुआ दुर्घटना बीमा योजना के तहत दुर्घटना में मृत्यु होने की दशा में रू. पांच लाख एवं दुर्घटना में शारीरिक अपंगता होने की दशा में रू. ढाई लाख का प्राविधान है। योजना में भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार द्वारा निःशुल्क बीमा योजना के अन्तर्गत मछुआ बीमित व्यक्ति को कोई भी प्रीमियम धनराशि देय नहीं है। प्रभारी मंत्री डॉ. निषाद ने कहा कि झोपड़ियों और तंबू में जीवन बसर करने वाले मछुआरों को मछुआ आवास योजना के तहत सरकार ने एक तोहफा दिया है। जिसके तहत बेघर और कच्चे मकान में रह रहे लोगों को मछुआ आवास उपलब्ध कराए जाएंगे। मछुआ कल्याण कोष के तहत मछुआ समुदाय के लोगों को मुफ्त चिकित्सा और मछुआ आवास उपलब्ध कराया जाएगा तथा मछुआ समुदाय बाहुल्य गांवों में बारात घर भी बनेंगे। आवास का क्षेत्रफल 25 वर्ग मी. होगा, जिसमे रसोईघर के लिए भी स्थान चिन्हित होगा। प्रभारी मंत्री ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नेतृृत्व में केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा गॉव, गरीब व किसानों के उत्थान व विकास के लिए अनेकों योजनाएं संचालित की जा रही है। जिस प्रकार हरित एवं श्वेत क्रांति ने देश को खाद्यान्न उत्पादन एवं दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में महती भूमिका निभाई है, इसी प्रकार नीली क्रांति मत्स्य संपदा के विकास में अपना योगदान दे रही है। डॉ. निषाद ने कहा कि मत्स्य क्षेत्र के विकास के लिए प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के लिए 20 हज़ार करोड़ रूपये की व्यवस्था की गई है। जिसमें 11 हज़ार करोड़ रूपये कोस्टल एरिया तथा 9 हज़ार करोड़ रूपये मैदानी क्षेत्रों के लिए रखे गये हैं। इसी प्रकार मत्स्याखेट, नदियों एवं जलाशयों में मत्स्य प्रबन्धन व संरक्षण के माध्यम से मत्स्य पालकों एवं मछुआरा समुदाय के व्यक्तियों को अधिक से अधिक रोज़गार एवं आजीविका के अवसर प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा ‘‘निषादराज बोट सब्सिडी योजना’’ संचालित की जा रही है। इस नवीन राज्य योजना के तहत मत्स्य पालकों एवं मछुआरा समुदाय को जलाशयों, तालाबों, नदियों एवं अन्य जल संसाधनों में बिना इंजन की नाव (नॉन मोटोराइज्ड), जाल, लाइफ जैकेट एवं आईसबाक्स इत्यादि उपकरणों हेतु 40 प्रतिशत अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा। इच्छुक व्यक्ति 31 अगस्त तक आवेदन कर सकते हैं। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी सदर डॉ. पूजा यादव, उप निदेशक मत्स्य देवीपाटन मण्डल राजेन्द्र सिंह विष्ट, सहायक निदेशक मत्स्य डॉ. जितेन्द्र कुमार, निषाद पार्टी के जिलाध्यक्ष अमरनाथ निषाद मुरली प्रसाद कश्यप, पंकज केवट, रवीन्द्र केवट, हर्षित श्रीवास्तव, सुनील केवट, मुकेश केवट, रमेश केवट, मुन्ना मदेशिया, दुलारे केवट, कल्लू केवट, सर्वाधिक पिछड़ा वर्ग उत्थान समिति के पदाधिकारी, कार्यकर्ता, गणमान्य व संभ्रान्तजन बड़ी संख्या में मौजूद रहे।